मन के मंजीरे ।
ढोल नगाड़े संग ताशे है
मन के मंजीरे आज बाजे है ।
घनघोर घटा ले आते है
मेघा मल्हार सुनाते है ,
बारिश की भी चाल है और
रिमझिम रिमझिम करती शौर...
मन के मंजीरे आज बाजे है ।
घनघोर घटा ले आते है
मेघा मल्हार सुनाते है ,
बारिश की भी चाल है और
रिमझिम रिमझिम करती शौर...