कारवां
जब हम साथ रहेंगें, बातें तो फिर कुछ होंगी
कुछ खट्टी, कुछ मीठी, कुछ प्यार कुछ तकरार भरी
गर कभी मैं जो रूठूँ, अपने बालपन से मुझको...
कुछ खट्टी, कुछ मीठी, कुछ प्यार कुछ तकरार भरी
गर कभी मैं जो रूठूँ, अपने बालपन से मुझको...