अँधेरा
अकेले रहने से अब तुम्हें दर क्यू नहीं लगता,
किसी के साथ ना होने पर अब कोई मलाल क्यू नहीं लगता,
अंधेरे से मोहब्बत करने लगे हो,
रोशनी से कतराने लगे हो,
वोह जो अब पास नहीं उसे ढूँढ रहे हो,
वोह जो आस-पास है उससे दूर जा रहे...
किसी के साथ ना होने पर अब कोई मलाल क्यू नहीं लगता,
अंधेरे से मोहब्बत करने लगे हो,
रोशनी से कतराने लगे हो,
वोह जो अब पास नहीं उसे ढूँढ रहे हो,
वोह जो आस-पास है उससे दूर जा रहे...