फर्क
फर्क इतना था तेरी मेरी चाहत मे ..
मैंने पाना चाहा और तूने गँवाना ...
मैने तेरे साथ होने की रोज़ अरदास की ....
तूने मेरी हर शाम उदास की ...
© sbs
मैंने पाना चाहा और तूने गँवाना ...
मैने तेरे साथ होने की रोज़ अरदास की ....
तूने मेरी हर शाम उदास की ...
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