परछाई
सब कहते हैं मैं भी
हाड़ मांस से बनी इंसान हूं।
तुम्हारी तरह मेरे सीने में भी
एक दिल धड़कता है।
मुझमें भी छुपा है कहीं बचपन
जो हर...
हाड़ मांस से बनी इंसान हूं।
तुम्हारी तरह मेरे सीने में भी
एक दिल धड़कता है।
मुझमें भी छुपा है कहीं बचपन
जो हर...