संघर्ष
नितदिन नये संघर्ष मिलेंगे
जीवन के कुछ लक्ष्य मिलेंगे
इनसे क्यों तू हाथ छूड़ाता है
इनसे क्यों तू आंखें चुराता है
संघर्ष से क्यों घबराता है
ये सबके हिस्से में आता है
कठिनाइयों से क्यों डर जाए
इनके आगे शीश नवाए
असफलताओं को सीख बना ले
मेहनत को अपना मीत बना...
जीवन के कुछ लक्ष्य मिलेंगे
इनसे क्यों तू हाथ छूड़ाता है
इनसे क्यों तू आंखें चुराता है
संघर्ष से क्यों घबराता है
ये सबके हिस्से में आता है
कठिनाइयों से क्यों डर जाए
इनके आगे शीश नवाए
असफलताओं को सीख बना ले
मेहनत को अपना मीत बना...