वो लड़की बदल रही है।
एक लड़की ख़ुदको कितना बदल रही है वो,
चंचलता को अपनी ख़ामोशी में बदल रही है वो,
अपनी खुशियों की परवाह नहीं है उसे,
ससुराल के ढंग में अभी से ढल रही है वो,
ससुराल में क्या करना है बता रहे हैं सब,
आजकल घर वालों के कहने पर चल रही है वो,
वैसे तो बड़ी चंचल,नटखट...
चंचलता को अपनी ख़ामोशी में बदल रही है वो,
अपनी खुशियों की परवाह नहीं है उसे,
ससुराल के ढंग में अभी से ढल रही है वो,
ससुराल में क्या करना है बता रहे हैं सब,
आजकल घर वालों के कहने पर चल रही है वो,
वैसे तो बड़ी चंचल,नटखट...