यही मंज़िल है मेरी...
ज़िन्दगी, ख़याल, एहसास, रूह में शामिल है मेरी,
हाँ! तेरी याद ही तो जज़्बात की महफ़िल है मेरी।
दिल मेरा ज़रूर है, मगर धड़कनें काबू में तुम्हारे है,
हाँ! अब तुममें ही तो ये साँस-साँस दाख़िल है मेरी।
भटक दरबदर,...
हाँ! तेरी याद ही तो जज़्बात की महफ़िल है मेरी।
दिल मेरा ज़रूर है, मगर धड़कनें काबू में तुम्हारे है,
हाँ! अब तुममें ही तो ये साँस-साँस दाख़िल है मेरी।
भटक दरबदर,...