ये बात मुझसे ही नही बताती है
वो आँखो से प्यार जताती है,
पर इज़हार दिल मे छुपाती है,
कहती है दूसरो से इश्क़ है उसे मुझसे,
पर ये बात मुझसे ही नही बताती है
वो चुपके से मुझे ही देखा करती है
जो देखूँ उसको तो मुझसे नज़रे चुराती है,
उसे प्यार है मुझसे कितना,
बस मुझको ही नही बता पाती है
भीड़ मे भी मुझे ही खोजा करती है,
मैं उसका हूँ ये दावा सबसे करती है
जो कभी पूछूँ हाल ए दिल उसका,
वो हामी से अपने दिल का हाल छुपाती है
वो मेरी मंजूरी पहचान लेती है,
आँखो से मेरा दिल ए हाल जान लेती है,
पसंद नही सजना साँवरना उसे पर,
मेरी खुशी के लिए वो झुमका पहना करती है
वो नींद मेरी चुराती है,
मुझको "खामोशी" सेअपने ख्यालो मे उलझाए रखती है
कहती है दूसरो से इश्क़ है उसे मुझसे,
पर ये बात मुझसे ही नही बताती है
©Rohan Mishra (alfaaz_rohu_ke)
#poetry
#kavita #love #alfaaz_rohu_ke #rohanmishra861
© alfaaz_rohu_ke
पर इज़हार दिल मे छुपाती है,
कहती है दूसरो से इश्क़ है उसे मुझसे,
पर ये बात मुझसे ही नही बताती है
वो चुपके से मुझे ही देखा करती है
जो देखूँ उसको तो मुझसे नज़रे चुराती है,
उसे प्यार है मुझसे कितना,
बस मुझको ही नही बता पाती है
भीड़ मे भी मुझे ही खोजा करती है,
मैं उसका हूँ ये दावा सबसे करती है
जो कभी पूछूँ हाल ए दिल उसका,
वो हामी से अपने दिल का हाल छुपाती है
वो मेरी मंजूरी पहचान लेती है,
आँखो से मेरा दिल ए हाल जान लेती है,
पसंद नही सजना साँवरना उसे पर,
मेरी खुशी के लिए वो झुमका पहना करती है
वो नींद मेरी चुराती है,
मुझको "खामोशी" सेअपने ख्यालो मे उलझाए रखती है
कहती है दूसरो से इश्क़ है उसे मुझसे,
पर ये बात मुझसे ही नही बताती है
©Rohan Mishra (alfaaz_rohu_ke)
#poetry
#kavita #love #alfaaz_rohu_ke #rohanmishra861
© alfaaz_rohu_ke