शायरी ......यादें उनकी.... write by Neha
किस्मत ने खेल ऐसा खेला जो किस्मत में था
किस्मत में उसको ही छीना!
दर्दे हाल क्या बयां करें जब दर्द देने वाला रो रहा?
हमने सोचा था वह नसीब है हमारा पर हमें क्या पता है ऐसा नसीब कहां हमारा!
जब वो पास थे तब उनकी कदर नहीं थी जब
वह दूर गए तब जाना वह जान हमारी?
जिनकी यादों में हम दिन रात रोते हैं उनको
चेहरा भी याद नहीं हमारा हम उनके...
किस्मत में उसको ही छीना!
दर्दे हाल क्या बयां करें जब दर्द देने वाला रो रहा?
हमने सोचा था वह नसीब है हमारा पर हमें क्या पता है ऐसा नसीब कहां हमारा!
जब वो पास थे तब उनकी कदर नहीं थी जब
वह दूर गए तब जाना वह जान हमारी?
जिनकी यादों में हम दिन रात रोते हैं उनको
चेहरा भी याद नहीं हमारा हम उनके...