मां/अम्मा/मम्मी=ममता
अम्मा,
ओ मेरी अम्मा।
सबसे न्यारी लगती है,
वह चांद से प्यारी लगती है।
मैं उसकी लाडो,
वह मुझे जान से प्यारी लगती है।
मेरी खुशियों का ठिकाना उसका आंचल है,
मेरी अम्मा मुझे सबसे प्यारी लगती है।
मेरे दुख सुख में हरदम ,
वह प्यार का है संगम।
अम्मा की ममता से बढ़कर ना कोई क्षमता ,
तुम बिन जग कुछ ना।
अम्मा का दिल कभी कोई ना दुखाना,
पूरे जग में उससा है ना कोई पाना।
ओ मेरी अम्मा।
सबसे न्यारी लगती है,
वह चांद से प्यारी लगती है।
मैं उसकी लाडो,
वह मुझे जान से प्यारी लगती है।
मेरी खुशियों का ठिकाना उसका आंचल है,
मेरी अम्मा मुझे सबसे प्यारी लगती है।
मेरे दुख सुख में हरदम ,
वह प्यार का है संगम।
अम्मा की ममता से बढ़कर ना कोई क्षमता ,
तुम बिन जग कुछ ना।
अम्मा का दिल कभी कोई ना दुखाना,
पूरे जग में उससा है ना कोई पाना।
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