#मा कदापि त्यज /शांति खोज#
चल रौंद दें खुशियों तले गम के बड़े अंबार को
और कर दें वापस शिष्कियां शिस्कियों के संसार को।
आ देदें ठेका चांद को पथ को प्रकाशित कर दे वो
आ बादलों से ये कहें नभ को आच्छादित कर दें वो।
हम धूप...
और कर दें वापस शिष्कियां शिस्कियों के संसार को।
आ देदें ठेका चांद को पथ को प्रकाशित कर दे वो
आ बादलों से ये कहें नभ को आच्छादित कर दें वो।
हम धूप...