7 views
दुवा
तेरे दर्द की दवा हूं मैं
तेरी ही इब्तदा हूं मैं।
तू तलाश कर खुद में
तेरी ही एक सदा हूं मैं।
बंद कर अपनी पलकें
तेरी अश्क का कतरा हूं मैं।
मेहसूस कर तू सांस में
तेरी सांस की हवा हूं मैं।
जब भी उठे हैं तेरे हाथ
उस रब से मांगी दुवा हूं मैं।
तेरी ही इब्तदा हूं मैं।
तू तलाश कर खुद में
तेरी ही एक सदा हूं मैं।
बंद कर अपनी पलकें
तेरी अश्क का कतरा हूं मैं।
मेहसूस कर तू सांस में
तेरी सांस की हवा हूं मैं।
जब भी उठे हैं तेरे हाथ
उस रब से मांगी दुवा हूं मैं।
Related Stories
17 Likes
1
Comments
17 Likes
1
Comments