प्रेम क्या है.....?
प्रेम क्या है....?
छुए बिना स्पर्श
शब्द बिना वर्णन
अपने आप उमड़ता स्नेह
मिलन के लिए इंतजार
बीच समंदर में भी प्यास
पतझड़ में बसंत की याद.
और अंत में
ये पढ़ते हुए जिसकी याद आ जाय
वो ही प्रेम है...!!
❣️.
छुए बिना स्पर्श
शब्द बिना वर्णन
अपने आप उमड़ता स्नेह
मिलन के लिए इंतजार
बीच समंदर में भी प्यास
पतझड़ में बसंत की याद.
और अंत में
ये पढ़ते हुए जिसकी याद आ जाय
वो ही प्रेम है...!!
❣️.
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