" कुछ लम्हे जिदंगी के "
जिंदगी ना सिर्फ हसीन पलों का नाम है।
बल्कि कुछ गम भरे लम्हों का भी जाम है ।
कभी "सूरज" पहले निकले , तो कभी सुबह की शुरुआत हो।
कभी निकले जिस जुबान से अपशब्द , तो कभी मधुर स्वरों की बरसात हो।
हजारों सपने लेकर हैं जिंदगी में आते ।
कुछ पूरे होते हैं , तो कुछ अधूरे रह जाते ।
उगे "सूरज" तो शुबह , और ढले तो शाम है ।जिंदगी ना सिर्फ हसीन पलों का नाम है।
बल्कि कुछ गम भरे लम्हों का भी जाम है ।
© @suraj
बल्कि कुछ गम भरे लम्हों का भी जाम है ।
कभी "सूरज" पहले निकले , तो कभी सुबह की शुरुआत हो।
कभी निकले जिस जुबान से अपशब्द , तो कभी मधुर स्वरों की बरसात हो।
हजारों सपने लेकर हैं जिंदगी में आते ।
कुछ पूरे होते हैं , तो कुछ अधूरे रह जाते ।
उगे "सूरज" तो शुबह , और ढले तो शाम है ।जिंदगी ना सिर्फ हसीन पलों का नाम है।
बल्कि कुछ गम भरे लम्हों का भी जाम है ।
© @suraj