ना दंभ लेकर चलते हैं
न दंभ लेकर चलते हैं ना अभिमान लेकर चलते हैं..
जो कर्मक्षेत्र मे अर्जित वह स्वाभिमान लेकर चलते हैं..
ना तीर लेकर चलते हैं ना तलवार लेकर चलते हैं..
हम अपने हृदय मे क्रांतिकारी विचार लेकर चलते हैं..
ना खादी लेकर चलते ना,अपराधी लेकर चलते हैं..
हम अपने जुनूँ मे गद्दारों की बर्बादी लेकर चलते हैं..
ना पद के लिए मचलते हैं,ना धन के लिए मचलते हैं..
हम देशभक्त हैं बस गुलज़ार-ए-वतन के लिए...
जो कर्मक्षेत्र मे अर्जित वह स्वाभिमान लेकर चलते हैं..
ना तीर लेकर चलते हैं ना तलवार लेकर चलते हैं..
हम अपने हृदय मे क्रांतिकारी विचार लेकर चलते हैं..
ना खादी लेकर चलते ना,अपराधी लेकर चलते हैं..
हम अपने जुनूँ मे गद्दारों की बर्बादी लेकर चलते हैं..
ना पद के लिए मचलते हैं,ना धन के लिए मचलते हैं..
हम देशभक्त हैं बस गुलज़ार-ए-वतन के लिए...