ओ दोगली स्त्री
हां सही सुना
मैंने तुमसे ही कहा
ये जो तुम रोना रोती रहती हो
अपनी बेबसी का
सदियों से सताई जा रही हूं
कब से दबाई जा रही हूं....
पर जरा ये तो बताओ
बहु को ताना देने बाली
सास क्या स्त्री नहीं
या सास को बेवजह तंग
करने बाली बहु स्त्री नहीं....
और तो और
लड़की पैदा होने पर
मातम मनाने बाली
सास और मां भी स्त्री नहीं...
हद तो तब है
जब सुनते हैं मां ने खुद ही
अपनी बच्ची को पेट में मार दिया
ये जानकर की ये लड़की...
मैंने तुमसे ही कहा
ये जो तुम रोना रोती रहती हो
अपनी बेबसी का
सदियों से सताई जा रही हूं
कब से दबाई जा रही हूं....
पर जरा ये तो बताओ
बहु को ताना देने बाली
सास क्या स्त्री नहीं
या सास को बेवजह तंग
करने बाली बहु स्त्री नहीं....
और तो और
लड़की पैदा होने पर
मातम मनाने बाली
सास और मां भी स्त्री नहीं...
हद तो तब है
जब सुनते हैं मां ने खुद ही
अपनी बच्ची को पेट में मार दिया
ये जानकर की ये लड़की...