दिल के अल्फाज
सुनो ना मुझे तुमसे कुछ कहना है ,
इस दिल को तुम से मोहब्बत हो गयी है...
मैं किताब बन जाऊं तुम स्याही बन जाना,
मुझ अधूरी कहानी को तुम पूरी कर जाना...
तुम सफर नहीं मेरी मंज़िल बन जाओ ना,
मेरी ढलती शाम की प्यारी सुबह बन जाओ ना...
ये जो तुम्हारी...
इस दिल को तुम से मोहब्बत हो गयी है...
मैं किताब बन जाऊं तुम स्याही बन जाना,
मुझ अधूरी कहानी को तुम पूरी कर जाना...
तुम सफर नहीं मेरी मंज़िल बन जाओ ना,
मेरी ढलती शाम की प्यारी सुबह बन जाओ ना...
ये जो तुम्हारी...