आलमारी में रखे पुराने खत
#त्रिभ्यूट_इन_इंक
घर पर आए शव की यादें व शहीद सैनिक को समर्पित
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बन्द नम आंखों में कोई समा गया,
तुमसे बिछड़ने का पल याद आ गया।
अलमारी में रखे पुराने खत,
कुछ सजे कुछ क्षत विक्षत,
आज देखकर चेहरा मुरझा गया,
तुमसे बिछड़ने का वो दुःखद पल,
मेरी आँखों के सामने आ गया।
तुमसे बिछड़ने...........
फिर तुम्हारी मधुर मुस्कान,
हँसाती गुदगुदाती वो बातें,
आपसे हुईं हसीन मुलाकातें,
वो रूठना मनाना गुस्सा दिखाना,
फिर मान जाना याद आ गया।
तुमसे बिछड़ने...........
वो माता पिता से आशीष लेना,
वो दादा दादी से लाड़ प्यार...
घर पर आए शव की यादें व शहीद सैनिक को समर्पित
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बन्द नम आंखों में कोई समा गया,
तुमसे बिछड़ने का पल याद आ गया।
अलमारी में रखे पुराने खत,
कुछ सजे कुछ क्षत विक्षत,
आज देखकर चेहरा मुरझा गया,
तुमसे बिछड़ने का वो दुःखद पल,
मेरी आँखों के सामने आ गया।
तुमसे बिछड़ने...........
फिर तुम्हारी मधुर मुस्कान,
हँसाती गुदगुदाती वो बातें,
आपसे हुईं हसीन मुलाकातें,
वो रूठना मनाना गुस्सा दिखाना,
फिर मान जाना याद आ गया।
तुमसे बिछड़ने...........
वो माता पिता से आशीष लेना,
वो दादा दादी से लाड़ प्यार...