Naari
जननी है जनम दाता है
मोमबत्ती की तुलना से लेखक इसका मोल समझाना चाहता है
कोमल ह्रदय मोम सा उसका जलकर रौशनी फहलता है
खुद पिघलकर साच्चों में ये कई रूप अपनाता है
बाहर से इसकी कोमल काठी सबका मन मोह लेती है
पर अग्नि ही है उसकी शक्ति कोई भी...
मोमबत्ती की तुलना से लेखक इसका मोल समझाना चाहता है
कोमल ह्रदय मोम सा उसका जलकर रौशनी फहलता है
खुद पिघलकर साच्चों में ये कई रूप अपनाता है
बाहर से इसकी कोमल काठी सबका मन मोह लेती है
पर अग्नि ही है उसकी शक्ति कोई भी...