...

6 views

मन में व्यसन
हाड़ा मांस की देह बनी
देह से मोह लगा बैठे
खाल में जैसे दाग लगा
वो मुझसे पीछा छुड़ा बैठे
प्रेम हुआ ना ह्रदय से उनको
हृदय में राम का वास रहे
जिस मन से उनने प्रेम किया
उस मन में व्यसन छिपा बैठे


© -Pandit Neeraj Mishra ✍️