तेरी मर्ज़ी
भाग्य है,या भाग्यशाली,जो इस शक्ति से आज हम सक्षम है
जो पाकर भी,कदर नहीं है,कहते काश वो हो,ये भी कम है
जो थोड़े समझते है,वो है लाचार ,बातों से जग में ,हाहाकार
कब सुधरेंगे इनकी बातें,कब बदलेगा इनका समहर व्यव्हार
अपनो को समय नहीं हम दे पाते,औरों...
जो पाकर भी,कदर नहीं है,कहते काश वो हो,ये भी कम है
जो थोड़े समझते है,वो है लाचार ,बातों से जग में ,हाहाकार
कब सुधरेंगे इनकी बातें,कब बदलेगा इनका समहर व्यव्हार
अपनो को समय नहीं हम दे पाते,औरों...