नाशाद
खुद को और बरबाद करना चाहता हुँ
संगदिल मै तुझको याद करना चाहता हुँ....
अब के नफ़रत थोडी और बढा दो तुम
दिल को मै जरा नाशाद करना चाहता हुँ....
कैद है जो...
संगदिल मै तुझको याद करना चाहता हुँ....
अब के नफ़रत थोडी और बढा दो तुम
दिल को मै जरा नाशाद करना चाहता हुँ....
कैद है जो...