🥀आज चाँद भी इठला रहा है...🥀
🥀💃 चाँद की चाँदनी का,
आज अनूठा निखार देखो..
अल्हड़ सी नव यौवना का,
आज सोलह श्रृंगार देखो..
रात के अंधेरे में..
आंगन में वो थिरक रही है,
जैसे अप्सरा प्यारी सी कोई,
चंचल मन मोह रही है.......
आज अनूठा निखार देखो..
अल्हड़ सी नव यौवना का,
आज सोलह श्रृंगार देखो..
रात के अंधेरे में..
आंगन में वो थिरक रही है,
जैसे अप्सरा प्यारी सी कोई,
चंचल मन मोह रही है.......