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रात सो गई है
रात सो गयी है
ताकि सवेरा हो सके।
ख़्वाब हार रहे हैं
ताकि हकीक़त जीत सके।
खुद को खो दिया
ताकि ज़माने को पा सके।
गम से दोस्ती कर ली
ताकि खुशियों से रिश्ता निभा सके।
अपनो से दूरियां बना ली
ताकि गैरों को पास ला सके।
ज़मीं को छोड़ दिया
ताकि आसमान को पा सके ।
मोहब्बत से लड़ लिए
ताकि नफ़रत को हरा सके।
रात सो गयी है
ताकि सवेरा हो सके।
© Anurag Dubey
#Hindi #Poetry #Love #WritcoQuote
ताकि सवेरा हो सके।
ख़्वाब हार रहे हैं
ताकि हकीक़त जीत सके।
खुद को खो दिया
ताकि ज़माने को पा सके।
गम से दोस्ती कर ली
ताकि खुशियों से रिश्ता निभा सके।
अपनो से दूरियां बना ली
ताकि गैरों को पास ला सके।
ज़मीं को छोड़ दिया
ताकि आसमान को पा सके ।
मोहब्बत से लड़ लिए
ताकि नफ़रत को हरा सके।
रात सो गयी है
ताकि सवेरा हो सके।
© Anurag Dubey
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