दो लकीरें
लड़कियो के सम्मान में दुनिया इतनी खो गई
ना जाने कब हम लडको की दुश्मन हो गई
दो लकीरें बराबर खींची थी राम ने
एक को बड़ा करने में दूसरी छोटी हो गई
© अर्पण सेन
ना जाने कब हम लडको की दुश्मन हो गई
दो लकीरें बराबर खींची थी राम ने
एक को बड़ा करने में दूसरी छोटी हो गई
© अर्पण सेन
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