धूल सी यादे
पुराना कुछ भूलने के लिए,
रोज़ कुछ नया, लिखना पड़ता है,
नज़र ना आए जाए बेचैनियां किसी को,
इसलिए कल से थोड़ा बेहतर, दिखना पड़ता है,
गलती से भी किसी को तकलीफ ना दें दे,
इसलिए कभी...
रोज़ कुछ नया, लिखना पड़ता है,
नज़र ना आए जाए बेचैनियां किसी को,
इसलिए कल से थोड़ा बेहतर, दिखना पड़ता है,
गलती से भी किसी को तकलीफ ना दें दे,
इसलिए कभी...