दूर कहीं, माया से दूर कहीं
व्यस्त हूँ किसी और ही दुनिया में
दुनिया, जो इस दुनिया से परे है
इस माया में बंधती नहीं
जीवन के लालच से परे
मृत्यु के भय के उस पार
दुनिया है कोई, जो
सोची, समझी नहीं गयी
कहीं लिखी नहीं कहानी...
दुनिया, जो इस दुनिया से परे है
इस माया में बंधती नहीं
जीवन के लालच से परे
मृत्यु के भय के उस पार
दुनिया है कोई, जो
सोची, समझी नहीं गयी
कहीं लिखी नहीं कहानी...