प्रहार
सम्भल सम्भल के चल यहां फिसल गया तो गम नहीं।
फौलाद सा तूं वक्ष रख पीघल जो जां ओ हम नहीं।
पवन की भांति चल यहां, सूर्य सा प्रकाश रख।
तेरे अमिट...
फौलाद सा तूं वक्ष रख पीघल जो जां ओ हम नहीं।
पवन की भांति चल यहां, सूर्य सा प्रकाश रख।
तेरे अमिट...