मुख़्तसर
कहानी मुख़्तसर थी
वो अकेली थी और मैं भी अकेला
सब थे फिर भी तन्हा थी वो
बिलकुल मेरी तरह
उस तरफ वो, इस तरफ मैं
बीच में एक दीवार खड़ी थी ...
वो अकेली थी और मैं भी अकेला
सब थे फिर भी तन्हा थी वो
बिलकुल मेरी तरह
उस तरफ वो, इस तरफ मैं
बीच में एक दीवार खड़ी थी ...