छलावा
रे मन तु भटकता क्यों है
किसी की याद में तड़पता क्यों है
यहाँ न कोई तेरा चाहने वाला
यहाँ न कोई सुनने वाला
आ थपकी देकर तुझे सुला दूँ
नींद की...
किसी की याद में तड़पता क्यों है
यहाँ न कोई तेरा चाहने वाला
यहाँ न कोई सुनने वाला
आ थपकी देकर तुझे सुला दूँ
नींद की...