...

9 views

ईन्सानियत की हार।
जातीवाद सिर पे चढ़ा है,
लुटेरों की धाड़ है।
अब तो जाग जावो ईन्सानों,
यह तो ईन्सानियत की हार है।
हर धुर्त का एक ही नारा है,
मजहब मेरा मुझे जान से प्यारा है।
झाँसे में मत आना इनके यारो,
यह तो आपस में लडवाने का हथियार है!
अब तो जाग जावो...