यह हवा बदहवास है क्यों इतनी
फ़िज़ा उदास-उदास है क्यों इतनी
तन्हाई पास-पास है क्यों इतनी
दिल धड़कता है जरा सी आहट पर
ये मुलाकात खास है क्यों ...
तन्हाई पास-पास है क्यों इतनी
दिल धड़कता है जरा सी आहट पर
ये मुलाकात खास है क्यों ...