केवल तभी प्रेम करना
जिंदगी के हादसे
अनजाने ही दे जाते
कितने ज़ख्म
शरीर,मन और आत्मा को।
कुछ ज़ख्म
वक्त के साथ साथ भर जाते
और कुछ,
और गहराते चले जाते हैं।
मेरे उन ज़ख्मों के साथ,
मुझे अपना पाओ,
तो प्रेम करना मुझसे।
वक़्त गुजरेगा और दे जाएगा
अपनी निशानियां
चेहरे और बालों को
तो सुनो!
बालों की सफेदी और
चेहरे की झुर्रियों को
अपना पाओ,
तो प्रेम करना मुझसे।
मुझे नहीं आता बातें बनाना,
मेरी सीधी सरल भावनाएं
समझ पाओ,
तो प्रेम करना मुझसे।
बनाव श्रंगार से कोसों दूर हूं
मेरी सादगी पर मर सको
तो प्रेम करना मुझसे।
सात दिन नहीं,
सात जनम प्रेम जता पाओ
तभी प्रेम करना मुझसे।
हां सुनो, केवल तभी प्रेम करना मुझसे।
अनजाने ही दे जाते
कितने ज़ख्म
शरीर,मन और आत्मा को।
कुछ ज़ख्म
वक्त के साथ साथ भर जाते
और कुछ,
और गहराते चले जाते हैं।
मेरे उन ज़ख्मों के साथ,
मुझे अपना पाओ,
तो प्रेम करना मुझसे।
वक़्त गुजरेगा और दे जाएगा
अपनी निशानियां
चेहरे और बालों को
तो सुनो!
बालों की सफेदी और
चेहरे की झुर्रियों को
अपना पाओ,
तो प्रेम करना मुझसे।
मुझे नहीं आता बातें बनाना,
मेरी सीधी सरल भावनाएं
समझ पाओ,
तो प्रेम करना मुझसे।
बनाव श्रंगार से कोसों दूर हूं
मेरी सादगी पर मर सको
तो प्रेम करना मुझसे।
सात दिन नहीं,
सात जनम प्रेम जता पाओ
तभी प्रेम करना मुझसे।
हां सुनो, केवल तभी प्रेम करना मुझसे।