चंदा रे!
चंदा रे, चंदा रे कभी तो ज़मीं पर आ
बैठेंगे, बातें करेंगे
चंदा रे, चंदा रे कभी तो ज़मीं पर आ
बैठेंगे, बातें करेंगे
चंदा रे, चंदा रे कभी तो ज़मीं पर आ
बैठेंगे, बातें करेंगे
तुझको आते इधर लाज आये अगर
ओढ़ के आजा तू बादल घने
गुलशन, गुलशन, वादी वादी, बेहेती है रेशम जैसी हवा
गुलशन, गुलशन, वादी वादी, बेहेती है रेशम जैसी हवा
जंगल जंगल, पर्वत पर्वत, हैं नींद में सब इक मेरे सिवा
चंदा चंदा
आजा सपनों की...
बैठेंगे, बातें करेंगे
चंदा रे, चंदा रे कभी तो ज़मीं पर आ
बैठेंगे, बातें करेंगे
चंदा रे, चंदा रे कभी तो ज़मीं पर आ
बैठेंगे, बातें करेंगे
तुझको आते इधर लाज आये अगर
ओढ़ के आजा तू बादल घने
गुलशन, गुलशन, वादी वादी, बेहेती है रेशम जैसी हवा
गुलशन, गुलशन, वादी वादी, बेहेती है रेशम जैसी हवा
जंगल जंगल, पर्वत पर्वत, हैं नींद में सब इक मेरे सिवा
चंदा चंदा
आजा सपनों की...