धुंधला धुंधला नजर
धुंधला धुंधला नजर ये कोई रोक है क्या
दिखते नही तुम , वहा घनघोर है क्या
बुलंद आवाज़ों पे पड़ गई है ओस या
कितनी भीड़ मे ही इतनी शोर है क्या
मकान के कुंडल क्यों दिए हो पीछे से
घर में तुम्हारी कोई चोर है क्या
अदा कर रहे हो कर्ज जोरों सोरो से
दरोगा से इतनी भी जोर है क्या
तवाह कर रहे हो आतंकियों की तरह
पैदाइश कही तुम्हारी लाहौर है क्या
© joges
दिखते नही तुम , वहा घनघोर है क्या
बुलंद आवाज़ों पे पड़ गई है ओस या
कितनी भीड़ मे ही इतनी शोर है क्या
मकान के कुंडल क्यों दिए हो पीछे से
घर में तुम्हारी कोई चोर है क्या
अदा कर रहे हो कर्ज जोरों सोरो से
दरोगा से इतनी भी जोर है क्या
तवाह कर रहे हो आतंकियों की तरह
पैदाइश कही तुम्हारी लाहौर है क्या
© joges