धुंधला धुंधला नजर
धुंधला धुंधला नजर ये कोई रोक है क्या
दिखते नही तुम , वहा घनघोर है क्या
बुलंद आवाज़ों पे पड़ गई है ओस या
कितनी भीड़ मे ही इतनी शोर है...
दिखते नही तुम , वहा घनघोर है क्या
बुलंद आवाज़ों पे पड़ गई है ओस या
कितनी भीड़ मे ही इतनी शोर है...