ऐ कलम तू रुक जरा कुछ लिख सकु कुछ मिटा सकू
ए कलम तू रुक जरा कुछ लिख सके कुछ मिटा सकू।
ए दिल थोड़ी आवाज दे जो दर्द अपना जता सकू।
आंखे नम हरदम दुनियां को कुछ दिखला सकू।
ए जुबा तो तू रुक जरा मै कुछ बात सकू।
हर...
ए दिल थोड़ी आवाज दे जो दर्द अपना जता सकू।
आंखे नम हरदम दुनियां को कुछ दिखला सकू।
ए जुबा तो तू रुक जरा मै कुछ बात सकू।
हर...