...

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कुछ कहाँ कह पाते है
सब कुछ कहाँ कह पाते हैं,
दिल की बात दिल में रह जाते हैं,
मेरे गमों को सुनकर,
उनकी आंख न भर आए,
इसलिए मन की बात
जुबां पर नहीं लाते हैं|
हाल-चाल सब बढ़िया बताकर,
कई गम खुद ही पी जाते हैं |
अरे!! मां बाप है वह हमारे,
बिना बताए ही,
हमारे दिल के हाल जान लेते हैं |
कहीं टूट न जाए हम, इसलिए हमेशा,
बेटा अपना ध्यान अच्छे से रखना,
हमें तुम पर पूरा विश्वास है बोलकर,
हमारा विश्वास बढ़ाते हैं|
अब कैसे बताएं उन्हें की
हमेशा खुश देखने के लिए उन्हें,
न चाहते हुए भी,
बहुत कुछ छुपाते हैं
हर बात बताना चाहते हैं पर
सब कुछ कहाँ कह पाते हैं|
© aparna