जिंदगी
जिंदगी के साथ खेलोगे तो मस्ती में बीत जाएगी
और अगर सीरियस ले लोगे तो हर लम्हा रुलाएगी
कौन है जो आज तक जिंदगी को समझ पाया है
जितनी बार इसे परिभाषित किया गया
हर बार एक नया रूप रंग में आया है
लोग इसे बहुत कीमती समझते हैं...
और अगर सीरियस ले लोगे तो हर लम्हा रुलाएगी
कौन है जो आज तक जिंदगी को समझ पाया है
जितनी बार इसे परिभाषित किया गया
हर बार एक नया रूप रंग में आया है
लोग इसे बहुत कीमती समझते हैं...