...

14 views

समय की धारा

मैं अविरल अविराम बहती धारा हूॅं,
लहरों के साथ चल रहा किनारा हूॅं,,

सुख-दुख की नाव में बैठा माँझी हूॅं,
भूत भविष्य के हर...