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विवेक
शेर शिकार करता है तो उसे छोड़ता नही
जब तक उसका पेट ना भरे
पर फिर भी दूसरे के किए शिकार पर नजर नहीं रखता।
कोई भी जानवर अपने प्रकृति से समझोता नही करता।
गाय को मांस दे दिया जाय तो वह नहीं खाती।
कुत्ते घास नहीं खाते
पर
मनुष्य की प्रकृति अस्थाई है वह सब कुछ खा लेगा।
सभी नही पर अनेक #yese भरे पड़े हैं संसार में।
बुद्धि के वाबजूद समझ शक्ति रहते हुए हर गलत कार्यों का सहभागी बनता है मनुष्य।
*विवेक की पढ़ाई किसी स्कूल कालेज में नहीं होती।
इसके लिए अपने घर के संस्कार ही काम देते हैं।
गृहस्ती चलाने के लिए भी बिना विवेक के कार्य पूर्ण नही होते। मनुष्य जन्म ही तब सार्थक होता है जब जन जन के नजरो में आप हों. Good morning 🌺
have a great day