तेरे - मेरे दरमियाँ ....
सुन, तेरे - मेरे दरमियाँ अब कुछ कहा बाकी है,
बस एक खामोशियों का शोर,यही तो काफी है !!
न जान पाई ख़ता अपनी न तेरी ख़्वाहिश मैं सनम,
फ़क़त ये अधूरा इश्क़ ही अब ताउम्र का साथी हैं !!
हाँ,...
बस एक खामोशियों का शोर,यही तो काफी है !!
न जान पाई ख़ता अपनी न तेरी ख़्वाहिश मैं सनम,
फ़क़त ये अधूरा इश्क़ ही अब ताउम्र का साथी हैं !!
हाँ,...