प्यार
कहने को चार शब्दों का है प्यार मगर गहराई में कभी ना खत्म होने वाली किताब है प्यार,
नफरत की दीवारें तोड़कर गले मिलना सिखाता है प्यार,
रंग रूप जात मजहब का भेद मिटाकर सबका आदर करना सिखाता है प्यार,
ना बाजार में बिकता है ना किसी शॉपिंग मॉल में साफ मन की मिट्टी में पनपता है प्यार, ...
नफरत की दीवारें तोड़कर गले मिलना सिखाता है प्यार,
रंग रूप जात मजहब का भेद मिटाकर सबका आदर करना सिखाता है प्यार,
ना बाजार में बिकता है ना किसी शॉपिंग मॉल में साफ मन की मिट्टी में पनपता है प्यार, ...