...

19 views

मन और मकान
🌧️🌲🌧️🌳🌧️🌴🌧️🪴🌧️

*मन और मकान को*
*वक्त वक्त पर*
*साफ करना बहुत*
*जरूरी है।*
*क्योंकि....!!*
*मकान में बेमतलब सामान*
*और....*
*मन में बेमतलब*
*गलतफहमियां*
*भर जाती हैं।।*🙏

*सम्भाल कर रखी हुई चीज*
*और...*
*ध्यान से सुनी हुई*
*बात कभी ना कभी*
*काम आ ही जाती हैं..* 🙏

*मौन से जो कहा जा सकता हैं,*
*वो शब्दों से नहीं,*
*और....*
*मन से जो दिया जा सकता हैं,*
*वो हाथ से नहीं..* 🙏

*काजल लागे किरकरी*
*सुरमा सहा ना जाए*
*जिन नैनं में मित्र बसे*
*दूजा कौन समाये*
*प्रीत न कीजिये पंछी जैसी*
*जल सूखे उड़ जाऐ*
*प्रीत तो कीजिये मछली जैसी*
*जल सूखे मर जाए।* 🙏

*🌹🙏🙏🌹*

© All Rights Reserved