देखते ही देखते तुम क्या से क्या हो गए
शोर इतना था के उसको कुछ सुनाई ना दिया...
आंखे होते हुए भी उसको कुछ भी दिखाई ना दिया...
मुझको हैरत है के वो शिकवा करता सबको दिखाई दिया....
मेरा दर्द मगर किसी को भी अभी तक दिखाई ना दिया ...
हर एक उसकी जानिब से उंगलियां मुझ पर उठाता हुआ दिखाई दिया......
आंखे होते हुए भी उसको कुछ भी दिखाई ना दिया...
मुझको हैरत है के वो शिकवा करता सबको दिखाई दिया....
मेरा दर्द मगर किसी को भी अभी तक दिखाई ना दिया ...
हर एक उसकी जानिब से उंगलियां मुझ पर उठाता हुआ दिखाई दिया......