स्वीकार नही पाते ...
ख्वाब है लाखो मगर पूरे हो नही पाते,
मंजिल की भी है खबर पर ,
पैदल चल नहीं पाते।
निहारते है मंजिल को बैठ...
मंजिल की भी है खबर पर ,
पैदल चल नहीं पाते।
निहारते है मंजिल को बैठ...