देशभक्ति
देशभक्त हां देशभक्ति की अब हम
अलख जगाते हैं
भारत मां के वीर पुत्र हम , अब भारत की जयकार लगाते हैं
बदल रही शिक्षा नीति भी ,सबको आज बताते हैं
हिंदी का वर्चस्व फैलाने हिन्द के वासी आते हैं
डरते नहीं फिरंगी से हम , रण में लोहा लेते हैं
आन तिरंगे की खातिर हम , अब कुछ भी कर लेते हैं
स्वावलंबी हां स्वाभिमानी हम , अब से प्रण यह लेते हैं
मात्रभूमि और देश की खातिर , देश निष्ठा का प्रण लेते हैं
© Akash Raghav