कब मुलाक़ात होगी?
कभी दुवा में आते हो|
कभी दुवा होके अजाते हो
कभी बीमारी का धवा बनके आते हो|
कैसे भी हो, हमसे मिलने के लिए ही, तो आते हो||
इतना प्यार हमसे, पता नहीं क्यों करते हो|
ना चाकर भी हमारी यादों में अजाते हो||
तुम रहो, या ना रहो,
हमेंशा मन में रहते हो||
इंतज़ार करते थे, तेरे आने की|
और पूछ ते थे,...
कभी दुवा होके अजाते हो
कभी बीमारी का धवा बनके आते हो|
कैसे भी हो, हमसे मिलने के लिए ही, तो आते हो||
इतना प्यार हमसे, पता नहीं क्यों करते हो|
ना चाकर भी हमारी यादों में अजाते हो||
तुम रहो, या ना रहो,
हमेंशा मन में रहते हो||
इंतज़ार करते थे, तेरे आने की|
और पूछ ते थे,...