रहनुमा
चल रहा हूं,
राह पर जिसकी,
दांव पर लगा,
अपनी ज़िंदगी,
क्या इस परवाने की,
तुम शमां हो,
निहार रहा हूं,
एक टक जिसे,
चकोर सा,
क्या...
राह पर जिसकी,
दांव पर लगा,
अपनी ज़िंदगी,
क्या इस परवाने की,
तुम शमां हो,
निहार रहा हूं,
एक टक जिसे,
चकोर सा,
क्या...