22 views
मैने खुद को लिखा है
तुम पढ़ते हो ...जिन शब्दों को
उन शब्दों में मैने खुद को लिखा है
कही लिखी मिलेगी तुम्हे उदासियां
कही चंद मुट्ठी में बंद खुशहालिया
कही लिखी हुई मिलेगी तुम्हे
गहराईया, तो कही मेरी बकबक
बातूनी शेतानिया , मैंने हर एक
भावनाओ को पिरोया है, अंधेरी
रातों में बैठ चांद की तरफ़ देख
बहुत रोया है , मेरे आंसू इन शब्दों
में सिमटे है जो मेरी डायरी के
पन्नो पर किसी बारिश की बूंद
से बरसे है , ❤️।
© All Rights Reserved
उन शब्दों में मैने खुद को लिखा है
कही लिखी मिलेगी तुम्हे उदासियां
कही चंद मुट्ठी में बंद खुशहालिया
कही लिखी हुई मिलेगी तुम्हे
गहराईया, तो कही मेरी बकबक
बातूनी शेतानिया , मैंने हर एक
भावनाओ को पिरोया है, अंधेरी
रातों में बैठ चांद की तरफ़ देख
बहुत रोया है , मेरे आंसू इन शब्दों
में सिमटे है जो मेरी डायरी के
पन्नो पर किसी बारिश की बूंद
से बरसे है , ❤️।
© All Rights Reserved
Related Stories
25 Likes
25
Comments
25 Likes
25
Comments